20160711

छोटा शहर बड़ा शहर नहीं, काम मायने रखता है : ईशानी शर्मा


ईशानी शर्मा हिमाचल प्रदेश से हैं और वे कई सपने लेकर मुंबई आयी हैं. यह एक बड़ी कामयाबी है कि उन्होंने कभी मॉडलिंग नहीं की है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने स्टार प्लस के शो हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें में लीड किरदार निभाने का मौका मिला है. पेश है अनुप्रिया अनंत से बातचीत के मुख्य अंश


 इस शो से आपको बड़ा ब्रेक मिला है. शो से जुड़ना कैसे हुआ?
मैंने इस शो के लिए आॅडिशन दिया था. चंडीगढ़ में और फिर मुझे बाद में कॉल आया कि मुझे शो के लिए चुना गया है. मेरे लिए बड़ी बात थी. एक छोटे शहर से आकर यहां इतने बड़े चैनल के बड़े शो का चेहरा बनना मेरे लिए किसी सपने को पूरा होने जैसा ही था. हां, सपना देखा करती थी कि हीरोइन बनूंगी. लेकिन पहला ही मौका इतना बड़ा मौका होगा, यह पता नहीं था. 
हमने सुना, आप कंगना को अपनी प्रेरणा मानती हैं?
हां, बिल्कुल कंगना ने हम सभी को सपने देखने के मौके दिये हैं. कंगना हिमाचल से हैं और मैं भी हिमाचल से हूं तो एक वह कनेक् शन तो है ही. साथ ही मुझे लगता है कि उनका भी कोई बैकग्राउंड नहीं था. वह आउटसाइडर ही थीं. लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपनी जगह बनायी. वह आम बात नहीं है. मैं उन्हें इसलिए भी प्रेरणा मानती हूं, क्योंकि वह बिंदास रहती हैं. और मैं भी अपनी जिंदगी में बिंदास रहती हूं. मैं सॉल्यूशन तलाशने में विश्वास करती हूं.
अनोखी के किरदार से वास्तविक जिंदगी में कितना राबतां रखती हैं?
सच कहूं तो अनोखी का किरदार बिल्कुल मेरी वास्तविक जिंदगी से मेल खाता है. मैं अनोखी की तरह ही हूं. खूब बोलती हूं और जिंदगी में बहुत ज्यादा रूल्स नहीं रखती. मैं तो अनोखी ही हूं. मेरे परिवार में भी मेरी बातूनी आदत से सब परेशान रहते हैं. लेकिन मैं ज्यादा लॉजिक लगा कर जिंदगी नहीं जीती .मैं बेबाकी से सारी बातें रखती हूं और मैं नेगेटिव सोच बिल्कुल नहीं रखती. काफी सकारात्मक सोच की हूं और पारिवारिक हूं और यह सारे गुण अनोखी के भी हैं. इसलिए भी जब मुझे पता चला कि मुझे कोई ऐसा किरदार निभाना है. मैं काफी खुश हो गयी थी.
सेलिब्रिटी की जिंदगी जीने का मौका आपको पहली बार मिल रहा है. अब तक आपको वह फैन मोमेंट मिला या नहीं?
हां, अभी हाल ही में मैं शूटिंग कर रही थी. फिर जब मैं वैनिटी में गयी तो वहां एक लड़की आयीं और वे बार-बार कह रही थी कि मुझे अनोखी से मिलना है. फिर जब वह मिलीं और उन्होंने बोला कि उन्हें मेरे शो के प्रोमो से ही प्यार हो गया है. यह सुन कर मुझे बहुत अच्छा लगा. मुझे लगा कि मैंने पहली सीढ़ी पार कर ली है. और मैं खुशी से झूम उठी. उम्मीद करती हूं कि मेरी जिंदगी यों ही बदलेगी?
छोटे शहर से इस क्षेत्र में जब भी लड़कियां आती हैं. उनके और उनके पेरेंट्स के दिमाग में बहुत सारी बातें होती हैं. बहुत सारे अनुमान. संदेह होते हैं. ऐसे में आप उन्हें क्या राय देना चाहेंगी?
सच कहूं तो दूर से मैं भी देखती थी, तो मैं भी डरती थी. लेकिन अब जब करीब से जाना है तो एक बात तो समझ ली है मैंने कि यह इंडस्ट्री मेहनतकश लोगों को सलाम करती है. मैंने इससे पहले कभी इतने देर के लिए काम नहीं किया है. लेकिन अब कर रही हूं तो सीख रही हूं. मैं मानती हूं कि काम करते रहना जरूरी है. तभी आप इस इंडस्ट्री में टिक सकते हैं. साथ ही मैं मानती हूं कि छोटा शहर बड़ा शहर कुछ नहीं होता. सब सोच की बात है. आपकी सोच अच्छी होगी तो आप अच्छा ही सोचेंगे और अच्छा ही करेंगे. मैं यहां काम करने आयी हूं और मैं वह पूरी मेहनत से करूंगी. फिर मेरे लिए बाकी बातें मायने नहीं रखतीं. 
आपके परिवार वालों की प्रतिक्रिया क्या थी, जब पहली बार उन्होंने आपको परदे पर देखा तो?
वे काफी खुश हैं और उनका काफी सपोर्ट रहा है. तभी यहां पहुंची हूं. अच्छा लगता है. जब अपने शहर के लोगों के बीच आपको पहचान मिले तो. 
हमने सुना, आपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है?
हां, मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. और इस वजह से भी अलग तरह की दुनिया देखने के मौके मिलते रहे हैं. मैंने काफी दुनिया भी देखी है. 
शूट का पहला दिन कैसा रहा?
मैं बहुत नर्वस थी. सच कहूं तो.लेकिन सुधीर पांडे सर जैसे सीनियर कलाकार और भी बाकी सभी कलाकारों ने बहुत कंफर्ट जोन दिया मुझे. सेट का माहौल काफी अच्छा है. इसलिए मुझे काम करने में मजा आ रहा है. अभी 12 घंटे कैसे बीत जाते हैं पता ही नहीं चलता.

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