20151126

ाामी फिल्मोत्सव का महत्व


मुंबई में  हर वर्ष आयोजित होने वाले मामी फिल्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस फिल्मोत्सव का आयोजन 29 अक्तूबर से 5 नवंबर तक किया जा रहा है. इस फिल्मोत्सव की खासियत यह होती है कि इस फिल्मोत्सव में दुनिया की तमाम भाषाओं में बननेवाली फिल्में शामिल होती हैं और कई वर्ल्ड सिनेमा के फिल्ममेकर्स से मिलने और बातचीत करने का मौका मिलता है. इस बार खास बात यह भी है कि इस फिल्मोत्सव की ओपनिंग हिंदी फिल्म अलीगढ़ से की जा रही है. यह हंसल मेहता की फिल्म है, जिसमें मनोज बाजपेयी ने मुख्य किरदार निभाया है. यह एक गे टीचर पर बनी अदभुत कहानी है. फिल्म को लेकर लंबे समय से चर्चाएं हो रही थीं. साथ ही खास बात यह भी है कि इस बार मामी का सिग्नेचर टयून खुद एआर रहमान ने बनाया है. गौरतलब है कि पिछले कई सालों से इस महोत्सव ने मुंबई के सिनेमा प्रेमियों को देश दुनिया की कई खास फिल्मों से रूबरू कराया है. लेकिन पिछले साल यह चर्चा हो रही थी कि चूंकि इस फिल्मोत्सव का खर्च नहीं संभल रहा तो इसे बंद कर दिया जाये. लेकिन अनुपमा चोपड़ा ने एक पहल की और फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नामों को फिल्म से जोड़ा और इस महोत्सव की गरिमा बरकरार रखने के लिए आमिर खान, अमिताभ बच्चन, राजू हिरानी, रणबीर कपूर जैसे कई बड़े नामों को शामिल किया. ताकि बाकी लोग भी इससे जुड़ें और इसे सहयोग करें. नतीजन मामी जीयो मामी के रूप में इस बार नये कलेवर के साथ लोगों के सामने है. इस वर्ष भी कई बेहतरीन फिल्मों का चयन हुआ है. उम्मीदन हर वर्ष की तरह इस बार भी इस महोत्सव की फिल्में दर्शकों को पसंद आयेंगी और उन्हें नयी दुनिया दिकगोंगी

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