20150630

विज्ञापन व जिम्मेदारी

 एक नूडल्स कंपनी में जहरीले पद्धार्थ मिलने की वजह से इस प्रोडक्ट का प्रचार करनेवाले कलाकारों जिनमें माधुरी दीक्षित, अमिताभ बच्चन और प्रीति जिंटा का नाम शामिल है. उन्हें नोटिस भेजे गये हैं और जरूरी कार्यवाही हो रही है. नोटिस में साफतौर पर यह लिखा गया है कि इन उत्पादों को बिना जांच पड़ताल किये बगैर इसका प्रचार किया है.भारत में ही नहीं, लगभग पूरी दुनिया में फिल्मी और टीवी कलाकार ही विज्ञापन की दुनिया में राज करते हैं, क्योंकि उन्हें विज्ञापन से उनकी मुंहमांगी कीमत मिलती है. यहां बात सिर्फ नूडल्स के उत्पाद की नहीं है. कई अभिनेत्रियां केशतेल के प्रचार में आती हैं. लेकिन उनमें से क्या किसी अभिनेत्री ने उस केशतेल का इस्तेमाल किया है या जांच पड़ताल कराई है. जाहिर है नहीं ही कराया है. चूंकि यहां भारत में सेलिब्रिटिज विज्ञापनों में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी हरगिज नहीं निभा रहे होते. उन्हें उनकी फीस से मतलब होता है. फिर वे इस बात की फिक्र क्यों करें इससे किसी को नुकसान होगा या नहीं. हालांकि चीन में जल्द ही यह कानून बनने जा रहा है कि कोई भी सेलिब्रिटी अगर उस प्रोडक्ट का इस्तेमाल खुद नहीं करता तो वे उसका ब्रांड अंबैस्डर नहीं बन सकता. यह भी हकीकत है कि भारत में ऐसा कोई भी कानून नहीं बनेगा. चूंकि विज्ञापन और सेलिब्रिटिज का इससे जुड़ना ग्लैमर की दुनिया का दूसरा स्वरूप है. बॉलीवुड के बाद इसी क्षेत्र में सबसे अधिक ग्लैमर नजर आता है. इस लिहाज से हाल ही में कंगना ने एक फेयरनेस क्रीम के ब्रांड का आॅफर ठुकराया है. आनेवाले समय में ऐसे और भी ब्रांड्स के साथ सेलिब्रिटिज का रवैया होना चाहिए, हालांकि यह संभव नहीं है. रजनीकांत अब तक किसी भी विज्ञापन में नजर नहीं आये. चूंकि वे इस बात को स्वीकारते हैं कि वे जिस चीज का इस्तेमाल नहीं करते. वे दूसरों को भी सलाह नहीं दे सकते. 

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