20140512

मिथुन के चार पैर के बच्चे


 जानकी विश्वनाथन की हाल ही में रिलीज फिल्म ये है बकरापुर में बकरे का नाम शाहरुख है. इस बात को लेकर काफी चर्चा है कि जानकी ने जानबूझ कर बकरे का नाम शाहरुख रखा, ताकि उन्हें लोकप्रियता मिले. चूंकि किसी जानवर का नाम शाहरुख रखना महज इत्तेफाक नहीं हो सकता. इस बारे में मेरी यह राय है कि जो यह मानते हैं कि किसी जानवर का नाम किसी अभिनेता के नाम पर रखा जाना कोई अपराध है. उन्हें अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती से सीख लेनी चाहिए. मिथुन के मुंबई के बंगलो में लगभग 38 कुत्ते हैं और उन्होंने अपने  ऊंटी के फाम्र हाउस में उससे भी ज्यादा कुत्ते पाल रखे हैं. मिथुन को इस बात से सख्त आपत्ति है कि उनके कुत्तों को कोई कुत्ता कह कर बुलाये. उन्होंने न हर कुत्तों को नाम दे रखा है. बल्कि उन्होंने अपना सरनेम भी दे रखा है. मसलन अगर कुत्ते का नाम टॉमी है तो मिथुन उन्हें टॉमी मिथुन चक्रवर्ती कह कर बुलाते हैं. मिथुन भी हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय सितारों में से एक हैं और हाल ही में व्हाट्स एप के प्रमुख ने भी माना है कि वे मिथुन के गाने व डांस के फैन हैं. लेकिन अपनी तमाम लोकप्रियता के बावजूद उन्हें इस बात से कतई शर्म महसूस नहीं होती कि वे जानवरों को अपने बच्चों की तरह पालते हैं. वे फक्र से कहते हैं कि उनके चार पैर वाले बच्चे भी हैं. मिथुन सिर्फ महज दिखावे के लिए या अपनी रोयल अंदाज को साबित करने के लिए ऐसा नहीं करते, बल्कि वे खुद कोलकाता के केनल क्लब आॅफ इंडिया के सदस्य भी हैं, जो जानवरों के संरक्षण के लिए काम करता है. कुछ सालों पहले आमिर के इस बयान पर कि अभी शाहरुख ( एक पड़ोसी के कुत्ते का नाम) मेरे तलवे चाट रहा है...पर बवाल उठा था.  लेकिन इन तमाम बातों के बीच मिथुन जैसे अभिनेता अगर इस रूप में आते हैं तो यह उनकी जिंदादिली और जानवरों के लिए उनके बेइतहां प्यार को दर्शाता है.

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