20140218

सहेजने के सरोकार

सोनम कपूर फोटोग्राफी की काफी शौकीन हैं. इसका अनुमान उनके इंस्टैग्राम व अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर उनके द्वारा पोस्ट की गयी तस्वीरों से लगाया जा सकता है. सोनम आमतौर पर भी जब पत्रकारों से मिलती हैं तो वे उनकी तसवीरें लेकर उसे एकत्रित करती हैं. उनके सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी ऐसी कई तसवीरें हैं जो उनकी दिलचस्पी को दर्शाते हैं. सोनम कपूर किसी बाहरी देश में जाती हैं तो वहां से कपड़ों के एंटिक्स का भी कलेक् शन एकत्रित करती हैं. हाल के दौर में ऐसा शौक कम अभिनेत्रियों में नजर आता है, जिन्हें किसी भी चीज को एकत्रित करने का शौक हो. पुराने दौर में मीना कुमारी को गजल लिखने का शौक था और अपनी नज्में लिख कर उन्हें एकत्रित करती थीं. उनके कई नज्मों पर गाने भी बने. अमिताभ बच्चन को कलम एकत्रित करने का शौक है. राजेश खन्ना ने अपने घर आशीर्वाद में दुनिया की तमाम प्रसिद्ध शराब के ब्रांड्स एकत्रित कर रखे थे. लेकिन वर्तमान दौर में स्टार्स उन चीजों को ही अहमियत अधिक देते हैं. जो भौतिक है. राजकपूर ने अपने कमरे में दुनिया के तमाम कॉमिक्स का संग्रह रखा था.देव आनंद सिगार एकत्रित करने के शौकीन थे. दरअसल, हकीकत यही है कि सफलता को सहेजा जाना भी एक अहम विधा है , जिसे हर कोई नजर अंदाज कर देता है. इस लिहाज से अमिताभ बच्चन एकमात्र कलाकार हैं, िजन्होंने अपनी पारिवारिक धरोहर को भी सहेजा और अपनी जिंदगी की तमाम घटनाओं को वह तसवीरों के माध्यम से सहेजते रहते हैं. आज सबकुछ डिजिटल है और स्टार्स भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से चीजें शेयर करते रहते हैं. लेकिन उन्हें दस्तावेज के रूप में सहेजना बेहद कम कलाकारों ने किया है. जबकि यह उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा है. जिन्हें उन्हें सहेजना ही चाहिए.

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