20140217

एंकात में कलाकार


आमिर खान परफेक् शनिष्ट माने जाते हैं. उन्हें एक साथ कई तरह के काम करने की आदत नहीं. हाल ही में उनके नये घर पर धूम 3 फिल्म के सिलसिले में उनसे मुलाकात हुई. आमिर उन चूनिंदा अभिनेताओं में से एक हैं, जो बातचीत के दौरान बिल्कुल जल्दबाजी में नहीं रहते. और उन्हें अपने जवाब के खत्म होने तक किसी की दखलअंदाजी पसंद नहीं. इस बार बातचीत के दौरान आमिर का उस वक्त भंग हो गया, जब उनके कानों में कमरे से बाहर किसी दो व्यक्ति की बातचीत की आवाज पड़ी. उन्होंने अपने स्टाफ को कहा कि कोई बार बात कर रहा है क्या, प्लीज उसे चुप कराओ. उन्होंने अपनी बातचीत में आगे बताया कि जब उन्हें आदित्य ने टैप डांसिंग के बारे में बताया तो उन्होंने तय किया कि वे उसे एक ही शर्त पर सिखेंगे कि वे भारत से बाहर सिडनी जाकर पूरी दुनिया से कट कर उसकी तैयारी करें. तीन चार महीने उन्होंने यह किया भी. वे यह भी स्वीकारते हैं कि वे सेल्फ सेंटरड व्यक्ति हैं और शायद यही वजह है कि वे एकाग्र रह कर केवल एक काम ही करना चाहते हैं. दरअसल, हर व्यक्ति के अपने गुण और अवगुण होते हैं. आमिर काम कम इसलिए नहीं करते क्योंकि वे कम काम करना चाहते, बल्कि निश्चित तौर पर वे अपनी इस स्वभाव से वाकिफ हैं कि उनका ध्यान जल्दी भंग हो जाता है,और वह एकाग्रता से काम नहीं कर पाते. सो, वह एक वक्त पर कम ही काम करना चाहते. यह सच्चाई भी है कि किसी कलाकार के लिए उसका क्राफ्ट और उसे रचने का तरीका उसका अपना अंदाज होता है. कई कलाकार भीड़ में रह कर रचने की कोशिश करता है. कपिल शर्मा स्पॉनटेनियस हैं तो शायद उन्हें बनी बनाई स्क्रिप्ट की दहलीज में काम करने में परेशानी हो. अमिताभ बच्चन भी रिहर्सल के वक्त एकांत चाहते हैं. शेष समय में वे सबसे जुड़े रहते हैं. एंकात किसी कलाकार का सबसे खास दोस्त हैय

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