20130903

ेबिकनी गर्ल बनकर नहीं रहना मुझे

ेसाशेह आगा को अब तक लोग सलमा आगा की बेटी के नाम से जानते थे. लेकिन जल्द ही औरंगजेब की रिलीज के बाद साशेह आगा की अपनी पहचान होगी. साशेह आगा की यह पहली शुरुआत है और साशेह ने अपनी शुरुआत को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. वे  बोल्ड हैं. लेकिन अपनी तहजीब को साथ लेकर चलना चाहती हैं. साशेह अभिनय की दुनिया को खुद पर हावी करना नहीं चाहतीं. शूटिंग के बाद उनकी अलग दुनिया हो जाती है

साशेह आगा अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपनी मां को देती हैं. चूंकि वे मानती हंै कि उनकी मां ने साशेह को एक्ट्रेस बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया है. बातचीत साशा से.
त्रसाशेह, यह आपकी पहली फिल्म है, तो एक नयी शुरुआत हो रही है. कैसा लग रहा है. कैसा अनुभव रहा. नयी दुनिया में पहला कदम है आपका ?
 पहली फिल्म है. तो मैं तो बहुत खुश हूं कि मुझे यशराज बैनर का साथ मिला है. किसी नयी अभिनेत्री को इससे बेहतरीन मंच और क्या मिलेगा. बेहतरीन रहा अनुभव. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री मेरे लिए नया नहीं है. मैं यहां की दुनिया से अच्छी तरह से वाकिफ हंू. मैं तो अपने परिवार की चौथी पीढ़ी हूं जो फिल्मों में है. लेकिन पहली फिल्म में काम करने का उत्साह को है ही.
त्रसाशेह, क्या आप बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं. या फिर मां चूंकि फिल्मों में थी तो आपने भी सोचा यही सबसे बेहतरीन करियर आॅप्शन है?
मेरा मानना है कि जब आप 15 साल की हो जाते हैं तो आपका दिमाग चलने लगता है कि क्या अच्छा है क्या बुरा. तो, 15 साल की उम्र से मुझे लगने लगा था कि मुझे एक्ट्रेस ही बनना चाहिए. एक्टिंग हमारी जीन में है तो सिर्फ मम्मी को देख कर नहीं.  मेरा इंटरेस्ट हमेशा आर्ट, म्यूजिक की तरफ रहा. परफॉरमेंस की तरफ रहा ही था बचपन से तो इवेंशुअली मैं आर्ट की तरफ आकर्षि हो गयी तो.
त्र तो ऐसे में कहीं आपने अपनी पढ़ाई को नजरअंदाज तो नहीं कर दिया?
मैं भारत में 6वीं क्लास तक पढ़ी थी. इसके बाद मैं अमेरिका गयी. वहां 10वीं की पढ़ाई पूरी की.फिर मैं दुबई शिफ्ट हो गयी.वही मैंने अपनी स्कूलिंग कंप्लीट की और फिर मैं वापस मुंबई आ गयी.तो मुझे लगता है कि मैंने अपना जेनरल एजुकेशन होता है. उसे मैंने पूरा किया. और मुझे हमेशा से लगा कि मैंने एक आर्टिस्ट हूं, एक परफॉर्मर हूं तो आर्ट की तरफ ध्यान देना चाहिए.तो मैंने उस चीज में हमेशा अपनी स्टडी कायम रखी. और मुझे इस बात का अफसोस नहीं कि मैं बहुत पढ़ नहीं पायी. मेरा मानना है कि आपको जो करना है. उस तरफ आपकी स्टडी कायम रखनी चाहिए. जैसे मुझे अभिनय, एक्टिंग, सिंगिंग में आगे बढ़ना था तो मैंने इसकी तालीम लगातार जारी रखी. मैंने एक्टिंग में प्रॉपर ट्रेनिंग ली. जैसे म्यूजिक, डांसिंग में में मैंने बकायदा ट्रेनिंग जारी रखी.
त्र आपकी मम्मी इस इंडस्ट्री से हैं तो यह आपके लिए सहायक बात रही या परेशानी बनी?
मेरा मानना है कि अगर आपकी फैमिली और आपके माता पिता फिल्म इंडस्ट्री से बिलांग करते हैं तो आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. एंड आॅफ द डे आपका टैलेंट ही आपको जगह दिलाता है. मुझे लगता है हमें और मेहनत करनी पड़ती है. ताकि लोग यह न सोचें कि फैमिली है तो मिल गया काम. लेकिन आजकल ऐसा नहीं होता.
त्र लेकिन यशराज का बैनर मिला है आपको. तो आप तो सेफ हंैं?
डेफेनेटली यह बात है कि मुझे बैनर बड़ा मिला है. लेकिन खुद को साबित करना ही होगा. हां, ये है कि शुरुआत अच्छी हुई है. अब मैं जो फिल्म करूंगी तो मेहनत करनी ही पड़ेंगी.
त्र औरंगजेब का आपका किरदार क्या है?
हमारी जो फिल्म का शीर्षक है औरंगजेब. फिल्म में जितने भी कैरेक्टर हैं. उनको रिलेट करता है. बहुत ही पॉवर ड्रीवेन फिल्म है और इसमें जो मेरा किरदार है. वह बहुत पॉवर ड्रीवेन है. वह कोई भी डिशीजन यूं ही बैठे बैठे नहीं ले लेती है.वह बहुत बोल्ड है और हैपनिंग कैरेक्टर है.
त्रसाशेह, आप फिल्म में काफी बोल्ड नजर आ रही हैं. यशराज में कभी इस तरह के बोल्ड सीन को लेकर प्रोमोशन नहीं किया गया था. तो आप इसे लेकर कितनी सहज हैं.
दरअसल,आदि सर ने ही मुझसे कहा कि मैं लव सीन ज्यादा अच्छे कर सकती हूं. मुझे रोमांटिक फिल्म करनी चाहिए और जब आदि सर ने मुझे यह आॅफर किया तो मुझे लगा कि हां, यह बेस्ट शुरुआत होगी.मुझे ये चैलेंजिंग लगी. अगर मैं इस तरह से डेब्यूट करूं तो मुझे आगे की फिल्मों में नये तरीके से काम करने का मौका मिलेगा.तो आॅडियंस इस चीज से रिलेट करे. मैं सिर्फ बिकनी गर्ल बन कर नहीं रहूंगी. मैं एक्ट्रेस बन कर दिखाऊंगी. फिल्म की कहानी की जरूरत के अनुसार मेरे किरदार ने बिकनी पहना है. मैं बिल्कुल कंफर्टेबल हैं. मुझे लगता है कि विद्या बालन ने जिस तरह से डर्टी पिक्चर्स में ड्रेसेज पहने हैं तो लोग उस फिल्म में उनके किरदार की चर्चा करते हैं. वह कहानी की डिमांड थी तो उन्होंने किया. मैं भी कुछ उसी तरह के किरदार निभाना चाहती हूं.
त्रसाशेह, अभिनय से इतर आपकी क्या दुनिया है?
आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि मैं अपने अभिनय को बिल्कुल 9 टू 5 जॉब की तरह लेती हूं. इससे इतर मुझे अपने घर में अपनी मम्मी के साथ रहना पसंद है. मेरी मां ने आजतक मुझे अकेले नहीं छोड़ा. मैं आज तक उनको हग करके ही सोती हूं. साथ ही जब घर पर होती हूं तो रियाज करती हूं खाना बनाती हूं

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