20130513

बरकरार है जादू



हिंदी फिल्में जब प्रदर्शित होनी शुरू हुई तो अपने साथ साथ कई तरह की दिलचस्प चीजें भी लेकर आयीं. भारतीय सिनेमा ने 100 साल पूरे कर लिये हैं लेकिन अब भी कुछ चीजें हैं जो कभी नहीं बदली हैं. फिल्म ब्लैक एंड ह्वाइट हो या फिर रंगीन. टिकटें ब्लैक में ही बिकने लगी. दीवार जैसी फिल्में आयीं तो दर्शकों ने स्टॉल में भी टिकट खरीद कर फिल्में देखीं. आज भी सिंगल थियेटर का वह जादू बरकरार है. दर्शक  आज भी सलमान खान की फिल्में सिंग थियेटर में देखना पसंद करते हैं. आज भी फिल्मों में इंटरवल पर बच्चों को उम्मीदें होती हैं कि उनके पापा जायेंगे और उनके लिए समौसे, पोपकोर्न और कोल्ड ड्रिंक लेकर जरूर जायेंगे. आज भी फिल्मों में गीत संगीत है. आज भी लड़कियां ऋतिक रोशन जैसे कलाकारों के पीछे पागल हैं और लड़के स्टार्स के मार्फिक ही अपनी बॉडी बनाना चाहते हैं. आज भी हर शुक्रवार ही फिल्में रिलीज होती हैं.( कुछ फिल्में अपवाद हैं)आज भी फिल्मों में स्पॉट दादा और मेकअप दादा का अस्तित्व है. आज भी फिल्मों में स्टंट मैन का ही इस्तेमाल होता है. आज भी फिल्में सिर्फ निर्देशक नहीं बना सकता. उसे पूरी टीम की जरूरत होती है. आज भी दर्शकों को हर शुक्रवार का इंतजार होता है और बॉक्स आॅफिस के कलेक् शन की जानकारी का इंतजार होता है. आज भी दर्शक स्टार देख कर फिल्में देखते हैं , आज भी दर्शक सलमान खान की फिल्में कई बार जाकर हॉल में देखते हैं. आज भी अमिताभ का क्रेज बरकरार है. आज भी धर्मेंद्र का क्रेज बरकरार है. आज भी दर्शकों को स्टार्स की व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में जानकारी हासिल करना भाता है. आज भी कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर अभिनेत्रियों की ही तसवीरें बनी होती हैं और उनके नाम से इसकी बिक्री भी होती है. दरअसल, आज भी सिनेमा का वह जादू बरकरार है.

No comments:

Post a Comment