20130108

मानसिक क्षमता का वजन



सोनाक्षी सिन्हा ने तय किया है कि वह साजिद खान की फिल्म में आयटम  सिर्फ इसलिए करेगंगी क्योंकि वह लोगों को दिखाना चाहती हैं कि वह भी अन्य अभिनेत्रियों की आकर्षक हैं. उनका बढ़ता वजन उनके लिए बाधा नहीं. सीधे तौर पर कहें तो वह आलोचकों का मुंह बंद करना चाहती हैं.ऐश्वर्य राय बच्चन जिनकी खूबसूरती के सभी मुरीद थे. लेकिन मां बनने के बाद जब उनका वजन बढ़ा तो लोगों ने उनका कई तरह से उपहास बनाया. माखौल उड़ाया. विद्या बालन आज भी अपने बढ़ते वजन को लेकर आलोचनाएं सहती रहती हैं. दरअसल, अभिनेत्रियां इसी वजह से वे हर वक्त अपने शरीर को लेकर चिंतित रहती हैं. कभी बढ़ते वजन को लेकर तो कभी घटते वजन को लेकर. इन दिनों अनुष्का शर्मा अपनी लीड बॉडी की वजह से आलोचनाएं झेल रही हैं. दरअसल, हकीकत यही है कि हमें परदे पर हमेशा सबकुछ आकार में देखने की आदत है. हमारा सामाजिक ढांचा ही कुछ इसी तरह बनाया गया है. आमतौर पर भी लड़कों को मोटी लड़कियां पसंद नहीं आतीं. लड़कियों की शादी में वजन एक महत्वपूर्ण विषय होता है. जबकि बढ़ते वजन या घटने वजन से दुनिया की किसी भी महिला की मानसिक क्षमता का अनुमान नहीं लगाया जा सकता. हालांकि ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं, जहां बढ़ते वजन को लेकर महिलाओं को आलोचना का शिकार होना पड़ता है. हॉलीवुड की एक प्रतिष्ठित एंकर ने हाल ही में अपने फेसबुक स्टेटस पर इस बात का जिक्र किया कि किस तरह एक दर्शक ने उन्हें एक पत्र भेजा और कहा कि उन्हें यह शो नहीं करना चाहिए क्योंकि वह मोटी हैं और सुबह सुबह उनका चेहरा देख कर लोगों में फ्रेशनेस नहीं बल्कि आलसपन आता है. दरअसल, हमें जरूरत है कि हम महिलाओं की मानसिका क्षमता का वजन निहारे न कि उनके शारिरीक वजन का.

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