20120816

सितारें भी हैं आम इंसान


अभी कुछ दिनों पहले राजेश खन्ना की अंतिम शवयात्र में विशेष कर उस वक्त भीड़ आपे से बाहर हो गयी, जब अमिताभ बच्चन अपने बेटे अभिषेक के साथ वहां पहुंचे. कई लोगों ने अमिताभ बच्चन को धक्के भी लगाये. इस बात से आक्रोशित होकर अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि वे इस बात से बेहद दुखी होते हैं, जब कई बार लोग सेलिब्रिटिज को सिर्फ स्टार मानते हैं और माहौल को न समझते हुए सिर्फ स्टार्स को देखने के लिए आते हैं. उनकी इस तीखी बातों से अमिताभ बच्चन के प्रशंसक बेहद नाराज भी हुए. लेकिन हकीकत दरअसल, यह है कि कई बार हम यह भूल जाते हैं कि स्टार्स भी हैं तो आम आदमी ही न. हमारी तरह उन्हें दुख, खुशी होती होगी.कुछ सालों पहले गोविंदा की बेटी की तबियत बुरी तरह खराब थी. लेकिन हॉस्पिटल में मीडिया के लोग गोविंदा से सवाल किये जा रहे थे उन्हें कैसा लग रहा है? राजेश खन्ना की अंतिम शवयात्र में भी लोग बार बार सिर्फ बाबू मोशाय चिल्ला रहे थे. दरअसल, सितारों का प्रभाव मंडल हम पर इतना हावी रहता है कि जब वह सामने हो तो हम कुछ और समझ नहीं पाते.विविध भारती के सुप्रसिद्ध उदघोषक यूनूस खान ने एक दिन अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि रेडियो पर हर दिन बोलनेवाला व्यक्ति भी दुखी हो सकता है. इसलिए हमें हमेशा सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. कुछ दिनों पहले ही अभिनेत्री कट्रीना से मुलाकात हुई. इंटरव्यू शुरू होने से पहले उन्होंने सैंडविच खाने की अनुमति मांगी. ऐसा लग रहा था कि वे कोई पाप कर रही हैं. वे ग्लानि महसूस कर रही थीं कि इंटरव्यू शुरू होने में विलंब हो रहा है. लेकिन उन्हें भूख भी लगी थी. आम व्यक्ति को भी भूख लगे तो उसे और कुछ नहीं सूझता.ऐसे में अगर स्टार्स भी कभी आम व्यक्ति की तरह बर्ताव करे तो उस बात का इस्.ू नहीं बनना चाहिए. चूंकि आखिर स्टार भी तो हैं आम इंसान ही

No comments:

Post a Comment