20120322

काजल दादा बनी निर्मात्री

हम पांच की काजल दादा व बालिका वधू की भैरवी अब कलर्स के धारावाहिक छल से निर्माता की कुर्सी संभालने जा रही हैं.
काजल दादा के रूप में दर्शकों ने भैरवी को बेहद पसंद किया था. लोगों के जेहन में उस वक्त यह बात थी कि अब भैरवी को केवल ऐसी ही भूमिकाएं मिलेंगी. लेकिन भैरवी ने सबकी जुबान अपने अभिनय से बंद कर दी. वे लगातार अलग अलग किरदारों में नजर आती रहीं. अब वह 24 फ्रेम्स से निर्माता की कुर्सी संभालने जा रही हैं.

भैरवी, बतौर एक्ट्रेस आपने अपना अस्तित्व हासिल कर लिया है और पहचान भी. और अब आप निर्मात्री बन चुकी हैं. तो आपको कैसा अनुभव हो रहा है?
बहुत ही नर्वस हूं मैं,क्योंकि एक्ट्रैस के रूप में आपको केवल अपने काम पर ध्यान देना होता है. आपके सामने सिर्फ आपकी स्क्रिप्ट होती है और सिर्फ उस पर ही ध्यान देना पड़ता है. लेकिन अगर बात प्रोडक्शन की की जाये तो यह बहुत मुश्किल हो जाता है. पहली बार मैंने यह कदम उठाया है और डर लग रहा है. चूंकि अभी मुझे प्रोडक्शन का कॉस्ट, सबकुछ की जिम्मेदारी संभालनी पड़ रही है.
आप एक्ट्रेस के रूप में लोकप्रिय हैं. तो, फिर प्रोडक्शन में आने की कोई खास वजह. या फिर शुरू से ही सोच रखा था.
जी. मेरे दिमाग में हमेशा से यह बात थी कि मुझे अपना भी कुछ इंडिपेंडेंट करना है. चूंकि इसी इंडस्ट्री से वाकिफ हूं. सो, यही आ गयी.
शुरुआत थ्रीलर से क्यों
क्योंकि अभी टीवी पर थ्रीलर शोज कम आ रहे हैं और मैं चाहती थी कुछ अलग ही करूं. इसमें मेरा साथ मेरी पूरी टीम और खासतौर से नंदिता मेहरा ने मेरा बहुत साथ दिया. वे मेरी अच्छी दोस्त हैं और इस प्रोडक्शन में वे मेरे साथ हैं. सो, मुझे विश्वास मिला.
कलर्स चैनल चुनने की खास वजह? छल के बारे में कुछ बताएं? इन्हीं किरदारों को क्यों चुना?
कलर्स चैनल का चुनाव इसलिए किया, क्योंकि यह बेहतरीन चैनल है. मैं पिछले कई सालों से बालिका की वजह से इससे जुड़ी रही हूं. और मैं जानती हूं कि यह विश्वसनीय चैनल है. वही दूसरी तरफ खास वजह यह भी थी कि इस चैनल पर अभी कोई थ्रील शो नहीं था. सो, हमने सोच समझ कर इसकी शुरुआत की. जहां तक बात है छल शो की तो यह नेहा की जिंदगी की कहानी है और आपको इस शो में लगातार टि्वस्ट नजर आयेंगे. किरदारों को चुनते वक्त हमने इस बात का ख्याल रखा है कि चेहरे नये भी नजर आयें. हुनर जो नेहा का किरदार निभा रही हैं. वे मेरे साथ ससुराल गेंदा फूल में काम कर चुकी हैं तो मुझे पता था कि वह किस तरह का अभिनय कर सकती हैं. बाकी चेहरे नये हैं.
किसी थ्रीलर शो में दर्शकों का उत्साह बनाये रखना मुश्किल काम है. चुनौती है आपके लिए?
बिल्कुल है. लेकिन हम लगातार पूरी टीम के साथ इस पर काम कर रहे हैं और निश्चित तौर पर आप जरूर देख कर कहेंगे कि यह तो अब्बास मस्तान जैसा है.
आप अब्बास मस्तान से काफी प्रभावित हैं शायद?


हां, मैं खुशनसीब हूं कि इस शो की लांचिंग पर वे दोनों आये और हमें शुभकामनाएं दी. मुझे उनकी फिल्में देखना पसंद है. और इसलिए हमने टीवी पर कुछ वैसी ही कहानी कहने की कोशिश की है.
अभिनय को बाय बाय कहने का इरादा है या...
बिल्कुल नहीं. अभिनय भी करती रहूंगी. लेकिन अपने प्रोडक्शन हाउस को स्थापित करने में अभी ज्यादा ध्यान दूंगी.

1 comment:

  1. i like भैरवी as an artist but मुझे नहीं लगता as a producer वो successful हो पायेगी हर कोई एकता कपूर नहीं होता .

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