20120210

ड्रीम गर्ल से सुपरवुमन तक

orginally published in prabhat khabar
date: 10feb2012

कंगना रनौत फिल्म कृष 3 में सुपरवुमन के किरदार के लिए खुद को पूरी तरह तैयार करने में जुट चुकी हैं. उनकी पूरी कोशिश है कि वे इस फिल्म में अभिनेता ॠतिक रोशन के समकक्ष अपनी क्षमता का प्रदर्शन करे.शायद यही वजह है कि उन्होंने फिल्म में स्वयं स्टंट करने की चुनौती स्वीकारी है. उन्होंने इसके लिए प्रशिक्षण लेना भी शुरू कर दिया है. साथ ही कट्रीना कैफ ने भी घोषणा की है कि वह फिल्म एक था टाइगर में स्टंट करती नजर आयेंगी. इस स्टंट के प्रशिक्षण में उन्हें सलमान की पूरी मदद मिल रही है. इधर, हाल ही में बिपाशा बसु ने फिल्म प्लेयर्स के म्यूजिक लांच के दौरान कुछ लाइव स्टंट दिखाये, जिसे देख कर सभी दंग रह गये थे. इन तमाम बातों से एक बात जाहिर हो रही है कि अब नायिकाएं केवल खुद को चिकनी चमेली या बार्बी डॉल की भूमिकाओं में देखना पसंद नहीं कर रहीं. जहां एक तरफ वह द डर्टी पिक्चर जैसी फिल्मों में बोल्ड अंदाज में नजर आ सकती हैं तो वह कृष जैसी फिल्मों में सुपरवुमेन के रूप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं. वे महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा सकती हैं तो साथ ही वह खुद शक्तिपूर्ण भूमिकाएं भी निभा सकती हैं. प्रियंका चोपड़ा ने कुछ सालों पहले फिल्म द्रोणा के दौरान कुछ हवा में उड़नेवाले स्टंट सीन किये थे, तो उनका माखौल यह कह कर उड़ाया गया था कि हिंदुस्तानी अभिनेत्रियां केवल ड्रीम गर्ल व परियों की तरह ही आसमान में उड़ती अच्छी लगती हैं. लेकिन कहा जा सकता है कि इस बात का करारा जवाब उन्हें अब यह स्टंट वुमेन दे रही हैं. गौरतलब है कि विदेशी फिल्मों में आज भी नायिका प्रधान एक्शन फिल्मों का निर्माण होता है और वे फिल्में विदेशों के साथ साथ भारत में भी बेहतरीन प्रदर्शन करती हैं. एंजेलिना जॉली की फिल्म द सॉल्ट इसका बेहतरीन उदाहरण है. हेलेन गिबहन, जूलिया डेबीस, बोनी स्टंट अभिनेत्रियों में से एक हैं.इससे साफ जाहिर है कि हमारे भारतीय दर्शकों की यह अवधारणा बदली जा सकती है कि यहां की नायिकाएं सिर्फ आयटम डांस व रुमानी गीत गाने के लिए ही बनी है, बशतर्े कि महिला अभिनेत्रियों को ध्यान में रख कर वैसी कहानी लिखी जाये. वैसे स्टंट सीन की परिकल्पना की जाये. और उन्हें सही प्रशिक्षण मिले तो वे भी कमाल दिखा सकती हैं.चूंकि एक्शन फिल्में दर्शाना पुरुष वर्ग की न तो जागिर है और न ही इस पर उनका मालिकाना हक है. कम ही लोग जानते होंगे कि आज भी हिंदी सिनेमा में ऐसे कई अभिनेता हैं, जिन्हें स्टंट महिलाएं ही सिखाती हैं. सनोबर नामक महिला स्टंट ने ही अजय देवगन, अक्षय कुमार व ऐश्वर्य राय को कई फिल्मों में स्टंट सिखाये हैं. आज से कई सालों पहले वर्ष 1935 में फिल्म हंटरवाली द प्रीसेंस एंड द हंटर... से ही अभिनेत्री नाडिया ने साबित कर दिया था कि महिलाएं भी स्टंट करने में पारंगत होती हैं. हिंदी सिनेमा की पहली स्टंट वुमन का खिताब इन्हें ही हासिल है. इससे साफ जाहिर होता है कि अगर अभिनेत्रियों को सही तरह से प्रशिक्षण दिया जाये तो कई अभिनेत्रियां भी पारंगत हो सकती हैं और वे अपनी ड्रीम गर्ल, व बार्बी डॉल की छवि को तोड़ सकती है और साथ ही एक मुकाम भी हासिल कर सकती हैं.

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