20120201

जब नशा चढ़ता है नकाब उतरता है




शाहरुख खान ने शिरीष कुंदर की लिखी स्क्रिप्ट तीस मार खां में अभिनय करने से मना किया और फ़राह-शाहरुख की दोस्ती पर गाज गिरी. जिस तरह भगवान शिव के अपमान के बाद देवी शक्ति ने अपने नैहर में एक पल भी गुजारा करना नागवार गुजरा. ठीक उसी तरह अपने पति के सम्मान की खातिर फ़राह शाहरुख से अलग हो गयी.
अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू किया. शाहरुख से दोस्ती टूटने के बाद फ़राह खान-शिरीष के नफ़ा नुकसान की बातें यहां इसलिए क्योंकि हाल ही में शाहरुख द्वारा संजय दत्त की पार्टी में शिरीष कुंदर को थप्पड़ मारने की बात सुर्खियों में है. वहां मौजूद इन सेलिब्रिटिज के करीबी दोस्तों का कहना है कि शिरीष बार-बार शाहरुख की फ़िल्म रा.वन को लेकर छेड़ रहे थे. उनका मजाक बना रहे थे. शाहरुख ने आपा खो दिया और अपनी कई दिनों की भड़ास निकाल दी. वे शान से कहते फ़िर रहे हैं कि उन्होंने अपने बच्चों से वादा किया था कि वे उस इंसान को थप्पड़ जरूर मारेंगे, जिसने उनकी फ़िल्म रा.वन को फ़िसड्डी पटाखा करार दिया है.
संजय के घर उन्हें यह मौका मिला. मुमकिन हो कि शिरीष ने भी अपनी पूरी खुन्नस निकाल डाली. दरअसल, सच्चाई यह है कि आम लोग अधिकतर इन सेलिब्रिटिज के चेहरे पर चढ़े दिखावटी मुखौटे को देख कर ही मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और उन्हें महान समझने लगते हैं. जबकि हकीकत यह है कि सेलिब्रिटिज भी दरअसल, हमारी तरह आम इंसान ही हैं. वे भी हमारी ही तरह लड़ते-झगड़ते हैं और आपा खोने पर किसी हद तक भी जा सकते हैं. फ़िर चाहे वह उनके बेहद करीबी ही क्यों न हो.
एक सच्चाई यह भी है कि ज्यादातर सेलिब्रिटिज हमेशा नशे में धुत रहते हैं. यहां नशा का संदर्भ शराब से नहीं है, बल्कि यह नशा उनकी शानोंशौकत, उनके ऊंचे कद, उनकी पैठ, पावर का है, जिसमें वे इस कदर लीन रहते हैं कि वे इसके दम पर एक दूसरे पर छींटाकशी व उन्हें नुकसान पहुंचानेवाली क्रियाएं भी उन्हें विचलित नहीं करतीं. ऐसी स्थिति में जो शक्तिशाली है, वह खुद को सिंकदर मान बैठने की भूल करता है.
चूंकि वह जानता है कि जीत तो हमेशा शक्ति की ही होगी. कम से कम बॉलीवुड में तो शक्ति ही सवरेपरि है. एक हकीकत यह भी है कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति 24 घंटे झूठ की चादर ओढ़े नहीं रह सकता, इसलिए जब नशा चढ़ता है, तो उसका नकाब उतरता है और वास्तविक व्यक्ति सामने आ जाता है. शायद यही वजह है कि महानता के मुखौटे में जीनेवाले कई शख्सियत शराब के नशे से परहेज करते हैं, ताकि कहीं नशे में दुनिया के सामने उनका असली चेहरा न आ जाये.
भले ही शराब के नशे ने बॉलीवुड के कई रिश्तों में दूरियां ला दी हों. सलमान-शाहरुख के रिश्तों में दरार इसी नशे की देन है. लेकिन इन तमाम बातों के बावजूद खुद को इंडस्ट्री का किंग समझनेवाले सुपरस्टार को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि नशे की इसी लत ने अय्याश बादशाह बहादुरशाह जफ़र के सल्लतनत को तबाह कर दिया था. इसलिए यह नशा जितनी जल्दी उतर जाये उतना बेहतर है.
इतिहास गवाह है कि किसी भी मुल्क में बादशाहत की उम्र तब तक ही बरकरार रह सकती है, जब तक उसमें संयमता व लोक-लाज की जगह बनी रहे

1 comment:

  1. Rakesh paswan ji afsar bitiya ki aur sirial banaye jisme Block astar ke shabhi vibhago ka rol dikhaye

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