20120113

परदे के पीछे का सलमान




आज अब्दुल राशिद सलीम सलमान खान उर्फ़ सलमान खान का जन्मदिन है. इसे महज संयोग ही कहा जायेगा कि क्रिसमस के दो दिनों के बाद ही सलमान का जन्मदिन है.
शायद यही कारण है कि कई मायनों में सलमान सांता से प्रेरित लगते हैं. यह बात सलमान की अति प्रशंसा करने के इरादे से नहीं, बल्कि अनेक अनुभवों के आधार पर कही जा सकती है. फ़िल्म इंडस्ट्री में मूडी, बिगड़ैल और मस्तमौला रहनेवाले सलमान की वास्तविक छवि के बारे में अगर आप कुछ जानना चाहते हैं, तो आपको उनके परदे के सामने की छवि से बाहर आना होगा.
सलमान निजी जिंदगी में बेहद दिलदार हैं. यदि विश्वास नहीं हो तो कभी मुंबई के चॉल व झुग्गी झोपड़ी में जाकर देखें. खासतौर से बांद्रा इलाके में. यहां सलमान सल्लू भाई या अपना सलमान के नाम से लोकप्रिय हैं. यही वजह है कि फ़िल्म ‘धोबी घाट’ में किरन राव ने मुंबई के चॉल में रहनेवाले नायक का पसंदीदा स्टार सलमान को ही दिखाया. सच्चाई भी यही है. सलमान आम लोगों के बीच अपनी फ़िल्मों की वजह से नहीं, बल्कि अपनी नेक सोच की वजह से लोकप्रिय हैं.
सलमान लोगों की मदद करते हैं, लेकिन वे इसकी पब्लिसिटी करना पसंद नहीं करते. बांद्रा की झुग्गी-झोप़िड़यों में आग लगने के बाद उन्होंने पूरी बस्ती को ही गोद ले लिया था. फ़िल्म ‘चिल्लर पार्टी’ के दौरान उन्होंने एक स्लम में रहनेवाले लड़के की भी जिम्मेदारी उठायी. हर रविवार बांद्रा के बैंड स्टैंड पर कई लोगों का मुफ्त में मेडिकल चेकअप किया जाता है.
सलमान मानते हैं कि वे जो भी कमाते हैं उनमें से उनके उपयोग के लिए थोड़ा ही काफ़ी है. शेष को वे दान करने में ही विश्वास रखते हैं. यही वजह है कि आज उनका ट्रस्ट बीइंग ह्मूमन के माध्यम से देश के कई जरूरतमंदों को मदद पहुंचाया जा रहा है. सलमान के करीबी बताते हैं कि आज भी सल्लू इंदौर ( जहां सलमान का जन्म हुआ ) से मुंबई आये किसी भी व्यक्ति की बिना किसी पूछताछ के मदद करते हैं. ऐसे में कहना मुश्किल है कि हर रोज उनके घर न कितने लोगों के लिए भोजन बनता होगा.
यही वजह है कि सलमान के साथ जो भी हैं, वे उनके प्रति वफ़ादार हैं. इसका प्रमाण उस दिन भी नजर आया, जब एक इंटरव्यू के सिलसिले में सलमान के घर जाने का मौका मिला. वहां काम करनेवाले एक लड़के ने अपनी हाथों पर सलमान नाम गुदवाया था. हमने उसे बहुत मनाने की कोशिश की कि वह हमारे साथ तसवीर के लिए तैयार हो जाये, लेकिन उसने साफ़ कहा नहीं भाई बुरा मान जायेगा.
उसके यह शब्द सलमान की धमकियों की वजह से नहीं, बल्कि सलमान के प्रति उसके सम्मान के थे. निश्चित तौर पर वह भी उन लाखों लोगों में से एक था, जिसकी मदद सलमान ने की होगी. उसका भी सीधा कनेक्शन सलमान के दिल से था.

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