20120114

चीन में फिर से लोकप्रिय होता बॉलीवुड

भारतीय फिल्म थ्री इडियट्स हाल ही में चीन में रिलीज हुई. इस फिल्म ने वहां ११ करोड़ की कमाई की. लंबे अरसे के बाद किसी हिंदी फिल्म को चीन में ऐसी सफलता मिली. ३ इडियट्स को वहां की यूनिवर्सिटी व युवाओं द्वारा बेहद सराहना मिली.३ इडियट्स का ही जादू है कि अरसे बाद वहां के टैक्सी ड्राइवर द्वारा भी भारतीय टूरिस्ट का अभिनंदन आल इज वेल कह कर किया जा रहा है. इससे साफ जाहिर है कि ३ इडियट्स ने वहां के लोगों पर अपना प्रभाव छोडा है. किसी हिंदी फिल्म के लिए यह गौरव की बात है कि अरसे बाद चीन में न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर इतनी बडी सफलता मिली, बल्कि आम लोगों पर भी प्रभाव छोडा.जबकि चीन हर साल विदेशी भाषाओं की केवल २॰ फिल्मों को ही रिलीज करने की अनुमति देता है. ऐसे में पिछले कई सालों से बालीवुड की फिल्में वहां कोई खास प्रभाव नहीं छोड पा रही थी. इससे पहले स्लम डॉग मिलेनियार ने अच्छी कमाई की थी. इसके अलावा हाल की फिल्मों में माइ नेम इज खान ने ठीकठाक व्ययसाय किया . लेकिन ३ इडियट्स ने फिर से उम्मीद जगा दी है. हालांकि ३ इडिय्ाट्स की चीन में सफलता से भारतीय निर्माताओं को कोई फायदा नहीं होगा. चूंकि फिल्म पहले ही चीन के डिस्ट्रीब्यूटर को बेंच दी जाती है. लेकिन इसके बावजूद इससे यह तसवीर साफ हो रही है कि चीन में एक बार फिर से बाॅलीवुड की फिल्मों की लोकप्रियता बढ रही है. मुमकिन हो कि चीन सरकार चीन में बालीवुड फिल्मों के आयात से होनेवाले फायदा पर कुछ नरमी बरते. निस्संदेह आज भी चीन में हिंदी फिल्मों में राजकपूर की फिल्में व राजकपूर ही सबसे अधिक लोकप्रिय रहे हैं. राज कपूर की फिल्में आज भी चीन के कई सिनेमाघरों में दिखाई जाती है. इनके अलावा मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म डिस्को डांसर के भी वहां प्रेमी हैं. लगान को भी चीन में अच्छी सफलता मिली थी. दरअसल, चीन में आज भी हालीवुड की फिल्मों से अधिक बालीवुड की फिल्में व कलाकार वहां लोकप्रिय हैं. तमाम बंदिशों के बावजूद चीन के कई डीवीडी की दुकानों पर आज भी बालीवुड की फिल्मों के पायरेटेड सीडी की खूब बिक्री होती है. चीन के चेंगागुडु लेन नामक एक दुकान पर आज भी बालीवुड के कई कलाकारों के पोस्टर नजर आते हैं. इसी इलाके में कई महिलाएं माधुरी दीक्षित व आयशा जुल्का की फैन हैं और उनकी तरह फैशन करना पसंद करती हैं.यानि बॉलीवुड की लोकप्रियता आज भी वहां बरकरार है. चीन में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्मों की फेहरिस्त उठा कर देख लें तो अब तक उन फिल्मों ने अच्छी कमाई की है, जिन फिल्मों में डांस, गाने अधिक हों. चूंकि वहां के दर्शक जो हमेशा तनाव में रहते हैं, वे गंभीर फिल्मों की बजाय उन फिल्मों को देखना चाहते हैं जो उनका मनोरंजन कर सकें. और भारतीय फिल्में गाने-डांस से भरपूर होती हैं. भले ही दुनिया के अन्य देशों के निर्देशकों द्वारा इस बात की निंदा की जाय कि भारतीय फिल्मों में केवल डांस-गाने व मनोरंजन तत्व ही मौजूद होते हैं. लेकिन चीन में इन फिल्मों की लोकप्रियता की सबसे बडी वजह तो यही है. एक तरह से चीन के बाजार में यही भारतीय्ा फिल्मों के लिए यु एसपी साबित हो रहे हैं. कम से कम ३ इडिय्ाट्स की कामय्ााबी को देखते हुए ऐसा अनुमान लगाय्ाा जा सकता है.

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