20111228

परदे के पीछे सांता सलमान





आज अब्दुल राशिद सलीम सलमान खान उर्फ सलमान खान का जन्मदिन है. वे आज 46 उम्र के हो चुके हैं. इसे महज संयोग ही कहा जा सकता है कि मान्यताओं के अनुसार पूरे विश्व में जब 25 दिसंबर क्रिसमस के उपलक्ष्य में लोग सांता से विश मांगते हैं और सांता उनकी विश को पूरा भी करते हैं. उसी के ठीक दो दिन बाद सलमान का भी जन्मदिन है. यह तुलना इसलिए कि कई मायनों में सलमान व सांता में कई समानताएं हैं. परदे के पीछे के सलमान वाकई कई लोगों के जीवन में सांता क्लॉज सी ही भूमिका निभाते हैं. यह बात सलमान की अति प्रशंसा करने के इरादे से नहीं, बल्कि कई अनुभवों के आधार पर कहा जा सकता है. फिल्म इंडस्ट्री में मूडी, बिगड़ैल और मस्तमौला रहनेवाले सलमान की वास्तविक छवि अगर जानना चाहे तो आपको उनके परदे के सामने की छवि से बिल्कुल बाहर आना होगा. चूंकि लार्जर देन लाइफ किरदार निभानेवाले सलमान निजी जिंदगी में बेहद दिलदार हैं. वे वाकई जरूरतमंदों के सांता हैं. अगर विश्वास न हो तो कभी मुंबई के ब्रांदा इलाके, खासकर झुग्गी झोपड़ी के बच्चों से बात करें. मुंबई के ऑटो ड्राइवर से बात करें. यहां सलमान सल्लू भाई या अपना सलमान के नाम से भी लोकप्रिय हैं. शायद यही वजह है कि फिल्म धोबी घाट में किरन राव ने मुंबई के चॉल में रहनेवाले नायक का पसंदीदा स्टार सलमान को ही दिखाया. चूंकि सच्चाई भी यही है. सलमान इन आमलोगों के बीच अपनी फिल्मों की वजह से नहीं, बल्कि अपनी नेक सोच की वजह से लोकप्रिय हैं. जिस तरह सांता से आप आंख बंद कर कुछ भी मांग लें, वह आपसे बिना मिले, बिना बताये ही कभी भी आकर आपकी सारी इच्छाएं पूरी करता है. सलमान भी वैसे ही हैं. वे लोगों की मदद करते हैं. लेकिन वे इसकी पब्लिसिटी करना पसंद नहीं करते. ब्रांदा की झुग्गी झोपड़ियों में आग लगने के बाद उन्होंने पूरी बस्ती को ही गोद ले लिया. फिल्म चिल्लर पार्टी के एक स्लम में रहनेवाले लड़के की भी जिम्मेदारी उठायी. हर रविवार ब्रांदा के बैंड स्टैंड पर कई लोगों का मुफ्त में मेडिकल चेकअप किया जाता है. सलमान मानते हैं कि वे जो भी कमाते हैं उनमें अपने उपयोग के लिए थोड़ा ही काफी है. शेष को वे दान करने में ही विश्वास रखते हैं. यही वजह है कि आज उनका ट्रस्ट बीइंग ह्मुमन के माध्यम से देश के कई जरूरतमंदों को मदद पहुंचाया जा रहा है. सलमान के करीबी बताते हैं कि आज भी इंदौर( जहां सलमान का जन्म हुआ) से मुंबई आये किसी भी व्यक्ति की बिना किसी पूछताछ के वे मदद कर देते हैं. हर रोज उनके घर न जाने कितने लोगों के लिए भोजन बनता होगा. वे गोपनीय तरीके से आज भी कई जरूरतमंदों की मदद करते हैं. और शायद यही वजह है कि सलमान के साथ जो भी हैं. वे उनके प्रति वफादार हैं. इसका प्रमाण उस दिन भी नजर आया था, जब एक इंटरव्यू के सिलसिले में सलमान के घर जाने का मौका मिले. वहां काम करनेवाले एक लड़के ने अपनी हाथों पर सलमान नाम गुदवाया था. हमने उसे बहुत मनाने की कोशिश की, कि वह तसवीर के लिए तैयार हो जाये. लेकिन वह टस से मस न हुआ. साफ कहा. नहीं भाई बुरा मान जायेगा. उसके यह शब्द सलमान की धमकियों की वजह से नहीं, बल्कि सलमान के प्रति उसके सम्मान की है. उस लड़के ने कुछ भी नहीं बताया, वह कौन है कहां से आया. लेकिन निश्चित तौर पर वह भी उन लाखों लोगों में से एक था, जिसकी मदद सलमान ने की होगी. इसी तरह फिल्म रेडी देखने के दौरान ब्रांदा के गेइटी ग्लैक्सी जाते वक्त ऑटो ड्राइवर ने कहा कि अपने सलमान की फिल्म है. सुना है सलमान भी आयेगा. हम तो जायेगा फिल्म देखने. अपने ब्रांदा का लड़का है. यह कहने पर कि बॉलीवुड के तो कई हीरो ब्रांदा के ही है तो वह साफ कहते हैं तो क्या हुआ अपना सलमान हमलोग का ख्याल रखता है. बाकी लोग थोड़े ही न. दरअसल, यह सलमान के आम लोगों से जुड़ा दिल का कलेक्शन है. और शायद यही वजह रही कि सलमान सबकी दुआओं की वजह से दोबारा ठीक होकर वापस आये. अपने बॉडीगार्ड शेरा के बारे में सलमान बेझिझकत कहते हैं कि वह चाहे तो उस पर किताब लिख सकता है. उनकी सारी पोल खोल सकता है. लेकिन सलमान जानते हैं कि शेरा ऐसा नहीं करेगा. क्योंकि वह वफादार हैं. कोई व्यक्ति किसी का वफादार तब बनता है, जब सामनेवाला व्यक्ति भी उसकी इज्जत करे. शेरा खुद कहते हैं कि सलमान ने हमेशा शेरा को परिवार का हिस्सा माना है. वे हरगिज उन्हें धोखा नहीं देंगे. सलमान न केवल आम लोगों की बल्कि उनकी भी मदद कर देते हैं, जिनका काम उन्हें पसंद आ जाये. उन्होंने इस तरह इंडस्ट्री में कई लोगों को मौके दिये हैं. जिनमें हिमेश रेशमिया जैसे नाम भी शामिल है. िफलवक्त उन्हें मुद्दसर नामक कोरियोग्राफर का काम पसंद आ रहा है. सो, उन्हें ही सलमान के सारे परफॉरमेंस में काम करने का मौका मिल रहा है. इसके अलावा उन्होंने कई टैलेंट शोज के प्रतिभागियों को कई स्थानों पर मौके दिलाये हैं. इनमें अंडरवाटर ऑथोरिटी गुप्र भी शामिल हैं, जिन्हें उन्होंने इंडिया गॉट टैलेंट में देख कर मौके दिलाये. इसके अलावा कई लोगों को सही सुझाव भी देते हैं. कई टेलीवुड एक्टर मानते हैं कि सलमान उनकी मदद करते हैं और उन्हें उचित सुझाव देते रहते हैं. सलमान कभी दोहरा व्यवहार नहीं करते. वे बाकी सुपरस्टार की तरह बड़े मीडिया हाउस और छोटे मीडिया हाउस में फर्क नहीं करते. एक इवेंट के दौरान जब एक आम टीवी चैनल की लड़की ने आकर कहा कि सलमान प्लीज बाइट देदो, नयी नौकरी है. वरना चली जायेगी. तो सलमान ठहरे और उन्होंने बाइट दी. उनकी देखादेखी जब दूसरे बड़े चैनलवाले भी आये तो सलमान ने रेड सिग्नल दिखा दिया. इससे साफ जाहिर होता है कि सलमान को दिखावे की जरूरत नहीं और उन्हें फर्क भी नहीं पड़ता कि मीडिया उनके बारे में क्या बातें बनाये. वे अपनी मर्जी से जिंदगी जीना चाहते हैं. लेकिन अगर इंडस्ट्री के इस अड़ियल स्टार का असली चेहरा देखना हो तो आपको मुंबई की सड़कों पर आना होगा. वहां के आम लोगों से बातचीत करनी होगी. जिस तरह दक्षिण में रजनीकांत लोगों के लिए भगवान है. मुंबई के कई इलाकों में सलमान भगवान है. वे आम लोगों के लिए बॉडीगार्ड भी हैं. प्रेम भी हैं और सांता भी. चूंकि वे नेक दिल इंसान है. यही वजह है कि सलमान की लगातार नेगेटिव छवि दिखाने के बावजूद आम लोगों में सलमान का क्रेज बरकरार है और यही वजह है कि बिना किसी तामझाम के बावजूद बॉडीगार्ड भी वर्ष की सबसे व बॉलीवुड की सबसे कमाई करनेवाली फिल्म बन जाती है. यह दर्शकों से व आम लोगों से उनके दिल का कनेक्शन का ही सीधा जादू है.

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