20111228

लौटना माधुरी का



दीवा माधुरी दीक्षित को भारत लौटे कई महीने हो चुके हैं. आयी हैं और अब बहुत जल्द ही वह अपने पहले प्यार यानी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में लौटने की तैयारी में जुट गयी हैं.फिलवक्त वे नये चैनल लाइफ ओके व फूड फूड चैनल की ब्रांड अंबैस्डर हैं. इसके साथ ही साथ वे कई विज्ञापनों में नजर आ रही हैं. यह हकीकत है कि जीवन में चाहे शादी किसी से भी हो, लेकिन व्यक्ति अपना पहला प्यार नहीं भूलता. कुछ इसी तरह अमेरिका में अपनी सुव्यवस्थित जिंदगी जीने के बावजूद माधुरी अपने पहले प्यार यानी अभिनय को नहीं भूल पायीं और वापस लौट आयीं. अभिनय के प्रति यह उनका पहला प्यार ही है, जिसने उन्हें भारत आने पर मजबूर किया. इसके बावजूद कि भारत लौटने पर उन्हें अपने बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाने में मशक्कत करनी पड़ी. चूंकि फिलवक्त सभी स्कूलों में सेशन मध्यांतर पर चल रहे हैं. वर्ष 1999 में जब माधुरी ने श्रीराम नेने से व्याह रचाने के बाद अभिनय को अलविदा कहने का फैसला किया. तो शायद उनका यह निर्णय परिवार के दबाब में ही था. ये उनकी अपनी मर्जी हरगिज नहीं हो सकती थी. चूंकि जिस दौर में उन्होंने यह फैसला लिया था. उनका करियर शिखर पर था. लेकिन संजय दत्त से बढ़ती नजदीकियों की वजह से उनके परिवार ने उनकी शादी का निर्णय लिया और माधुरी ने भी ऊपरी मन से जाहिर किया कि वे अपनी इतनी लोकप्रियता से संतुष्ट हैं और खुशी खुशी अमेरिका में रहने लगी. लेकिन लाइट कैमरा, एक्शन, चकाचौंध से भरी ऐशो आराम की दुनिया, लोकप्रियता से कोई व्यक्ति खुद को कब तक दूर रख सकता था. माधुरी हमेशा कहती रहीं कि वे खुश हैं. संतुष्ट हैं. लेकिन फिल्मों का प्रेम उन्हें बार बार आकर्षित करता ही रहा. ऐसे में जब यश चोपड़ा ने उन्हें आजा नचले फिल्म का ऑफर दिया तो उन्होंने इसे फौरन स्वीकार लिया. इसके बाद वह फिर से वापस लौट तो गयीं. शरीर से वे अमेरिका में रहीं हमेशा. लेकिन आत्मा हमेशा हिंदी सिनेमा में ही रहा. ऐसे में जब उन्हें दोबारा झलक दिखला जा डांस रियलिटी शो में मौका मिला तो वे फिर लौट आयीं. इस बार उनका स्वागत पहले के वनिस्पत और अधिक किया गया. तमाम बड़े निदर्ेशकों व अभिनेताओं ने उनके साथ काम करने की इच्छा जाहिर की. निर्माता 5 करोड़ तक देने को भी तैयार हो गये. खबर थी कि वे सागर भल्लारी व अभिषेक चौबे की फिल्मों को साइन भी कर दिया है. ( हालांकि फिलवक्त तक उन्होंने कोई फिल्म साइन नहीं की है) उन्होंने देखा कि आज भी उनकी लोकप्रियता कम नहीं. बॉलीवुड की समकालीन अभिनेत्रियों से लेकर वर्तमान की अभिनेत्रियों में भी उनका ही क्रेज है. वे देख रही हैं कि आज भी उनका कोई सानी नहीं. इसलिए 43 की उम्र में भी उन्होंने मां या भाभी का किरदार निभाने से इनकार कर दिया है. उन्होंने साफ कहा है कि वे सोच समझ कर काम करूंगी. दरअसल, इस मायानगरी के प्रेमजाल में जो भी फंसा है. यही का होकर रह गया. खुद माधुरी ने माना है कि अमेरिका में जब वह अपने पड़ोसियों से कहती कि मैं भारत की फिल्मी अभिनेत्री हूं, कोई विश्वास नहीं करता. उन्हें खास भाव नहीं देता. अमेरिका के किसी मॉल में माधुरी माधुरी करके चिल्लानेवाला फैन नहीं होगा और न ही माधुरी से मिलने की इच्छा में कोई पाकिस्तानी फैन शफीक की तरह बॉर्डर तोड़ कर आ जायेगा. जमशेदपुर के पप्पू सरदार की तरह वहां कोई माधुरी की तसवीरों की पूजा नहीं करता होगा. लताजी से लेकर महानायक अमिताभ बच्चन भी जिस शख्स के कायल हों, वह कैसे खुद पर नाज नहीं करेंगी. जाहिर है इतनी शानोशौकत से जीनेवाली माधुरी को जब अमेरिका में अपने घर को एक आम महिला की तरह संभालना पड़ा होगा तो एक पत्नी की तरह भले ही उन्होंने अपने इस फर्ज को निभाया होगा.लेकिन आत्मा से सिनेमा जगत को दूर नहीं कर पायी होंगी. घर के आईने को साफ करते वक्त हर बार निश्चित तौर पर अपनी मुस्कान को देख कर वह सोचती होंगी कि इसी प्यारी मुस्कान पर तो पूरा भारत फिदा है.और यहां पूछनेवाला कोई नहीं. खाना पकाते वक्त यूं ही जब पैर थिरकते होंगे तो अनायास ही माधुरी के कानों में तालियों की गूंज सुनाई देती होगी, जो उन्हें भारत में अपने नृत्य पर मिलती थी. जाहिर है. किसी भी व्यक्ति के लिए आम से खास बनना जितना कठिन हैं, उससे कहीं ज्यादा कठिन खास से फिर आम बनना होता है. यही वजह है कि चकाचौंध दुनिया में अपनी पूरी जिंदगी बीतानेवाले सितारे सरीके लोगों को जब तवज्जो नहीं मिलता तो वह पागल हो जाते हैं. लोगों की नजरअंदाजगी उन्हें कांटों की तरह चुभती है. राजेश खन्ना सरीके सुपरस्टार ऐसे ही उदाहरण हैं. लोग आज उन्हें सिर्फ अय्याश के रूप में ही जानते हैं. फ्रेंच फिल्म द आर्टिस्ट में इस पहलू को खूबसूरती से उकेरा गया है. कलाकार बिना पैसे के तो जी लेता है.लेकिन लोकप्रियता के बिना नहीं जी पाता. शायद यही वजह है कि न सिर्फ माधुरी बल्कि इससे पहले और भी कई अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने बॉलीवुड को अलविदा कहा लेकिन फिर से वापसी की. पुराने दौर की अभिनेत्री मुमताज ने लंदन के व्यवसायी से शादी की. लंदन गयीं. लेकिन फिर फिल्मी दुनिया में लौट आयीं. उस वक्त उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम करने से भी गुरेज नहीं किया. जबकि उन्होंने कहा था कि वह शत्रुघ्न के साथ कभी काम नहीं करेंगी. इनके अलावा करिश्मा कपूर, पूजा बत्रा, रवीना टंडन भी कुछ ऐसी ही अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने दोबारा वापसी की है. चूंकि लोकप्रियता का नशा अफीम की तरह है, जो एक बार जिंदगी में घुल जाये तो चाह कर भी उससे दूर होना मुमकिन नहीं होता.
चलते चलते
1.माधुरी ने जब अबोध फिल्म पूरी कर ली थी. उसी वक्त उनके परिवारवालों ने माधुरी की शादी के बारे में सोच लिया था. माधुरी की शादी का पहला प्रस्ताव गायक सुरेश वाडेकर को दिया गया था. लेकिन उन्होंने इस रिश्ते को यह कह कर ठुकरा दिया कि लड़की पतली है.
2.जिस दौर में हिंदी सिनेमा में पुरुषों का बोलबाला था. माधुरी दीक्षित अभिनेत्री के रूप में पुरुषों पर हावी हुईं और लेडी अमिताभ कहलायीं.
3. संजय दत्त और माधुरी दीक्षित में नजदीकियां इस कदर बढ़ चुकीं थी कि सुभाष घई ने अपनी फिल्म खलनायक के दौरान माधुरी से कांट्रैक्ट लिखवाया था कि वह फिल्म के दौरान शादी नहीं करेंगी.
4. अबोध फ्लॉप होने के बाद माधुरी ने दो फिल्मों में साइड एक्ट्रेस के रूप में काम किया. फिल्म थी स्वाति व आवारा बाप, जिसमें मिनाक्षी ने लीड किरदार निभाया था.

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